मोना भाभी की चुदाई

बंटी सिंहमेरा नाम बंटी है। मेरे ताऊ जी के लड़के की बीवी का नाम मोना है जो मुझे बहुत प्यार करती है और मैं भी उसे बहुत प्यार करता हूँ।यह तब की बात है,मोनाभाभीकीचुदाई जब मोना भाभी चाहती थीं कि उसे एक बच्चा हो जाए। मगर कुलदीप भैया उसे पूरी तरह से चोद नहीं पाए थे, जिस वजह से उसे बच्चा नहीं हुआ।मैं अक्सर उसके पास जाया करता था और वो ये चाहती थीं कि मैं उसे चोदूँ, मगर उसकी कहने की हिम्मत नहीं होती थी।तभी एक दिन भैया बोले- तू अपनी भाभी को दवा दिलवा ला।मैंने कहा- ठीक है..!और मैं चल दिया, मुझे यह नहीं मालूम था कि दवा किस बात की चल रही है। मैं बाइक पर मोना को ले जा रहा था कि मोना ने मुझ से बात करना चालू कर दी।मैं भी बात करने लगा।उसने पूछा- तुम्हारी कोई सेटिंग नहीं है क्या?मैंने शर्माते हुए कहा- नहीं है भाभी..!मोना बोली- फिर तो तुम बहुत कच्चे हो।मैंने कहा- जिनकी सेटिंग होती है, वे क्या बुरे होते हैं?मोना बोली- मेरा कहने मतलब यह नहीं है।मैं बोला- फिर क्या मतलब है?मोना बोली- जिन लड़कों की सेटिंग होती है, उन लोग की बीवी की भी सेटिंग होती है।मैंने कहा- क्यों?मोना बोली- क्योंकि वो लोग अपनी बीवी की ज़रूरत पूरी नहीं कर पाते !मैं बोला- भाई की भी सेटिंग थी, वो तो आपकी ज़रूरत पूरी कर रहे हैं, वो तुम्हारे लिए सब कुछ लाते हैं।मोना बोली- मैं इस ज़रूरत की बात नहीं कर रही हूँ, कुछ और भी ज़रूरत होती है।मैं बोला- कैसी ज़रूरत… मुझे भी बताओ..!मोना बोली- मुझे तुम्हें बताने में शर्म आती है।मुझे लगा कि मोना की चूत अब मिल जाएगी और मैं मन ही मन खुश होने लगा था कि अब मुझे मोना की चूत मिल जाएगी।तभी हम डॉक्टर के यहाँ पहुँच गए।डॉक्टर बोला- अभी बैठ जाओ।हम बैठ गए, मैं और मोना पास-पास बैठ गए। तभी मुझे शरारत करने की सूझी, तो मैंने मोना की जाँघ पर अपना हाथ रख दिया और सहलाने लगा।तभी मोना बोली- कोई देख लेगा।फिर मैंने अपना हाथ हटा लिया। अब तो दोस्तो, मेरी हिम्मत बढ़ गई क्योंकि मोना ने जब हाथ रखने पर कुछ नहीं कहा था। फिर मैंने उसकी गाण्ड में उंगली कर दी, तब भी उसने कुछ नहीं कहा। मेरी हिम्मत और बढ़ गई, मैंने कई बार उसकी गाण्ड में ऊँगली की।तभी डॉक्टर आ गया और बोला- आप आ जाओ।मैं और मोना दोनों उसके पास चले गए।तभी डॉक्टर मुझसे बोला- तुम बाहर चले जाओ।मोना बोली- डॉक्टर साहब, ये कुछ नहीं जानते, आप इनके ही सामने बता दो..!तभी डॉक्टर बोला- मोना, तुम्हें भरपूर सेक्स करना चाहिए, तभी तुम्हारे बच्चे होंगे।मोना बोली- मेरे पति तो यहाँ रहते नहीं, फिर मैं सेक्स कैसे करूँ?कुछ और भी बात हुईं, फिर हम चल दिए।मैंने मोना से पूछा- भाभी बच्चे कैसे होते हैं?मोना बोली- जब एक लड़का और एक लड़की भरपूर सेक्स करते हैं।मैंने पूछा- यह सेक्स क्या होता है?मोना झल्ला कर बोली- तुम रहने दो.. क्या करोगे जान कर..!मैं चुप हो गया, तभी मैं बोला- आप को बच्चे चाहिए या नहीं..!मोना बोली- हाँ चाहिए..!फिर मैं बोला- तो मैं करूँगा सेक्स आपके साथ..!मोना बोली- आप जानते हो कि सेक्स क्या होता है?मैंने कहा- मैं जानता तो नहीं, मगर आप तो जानती हैं..आप मुझे बता देना, मैं कर दूँगा।मोना को लग रहा था कि मैं सच में सेक्स के बारे में नहीं जानता।मोना बोली- तो ठीक है, मैं तुम्हें फोन कर के बुला लूँगी।हम लोग घर पहुँच गए और मैं अपने घर चला गया। हम को घर जाकर पता चला कि भैया नौकरी पर जा चुके हैं।शाम को 7 बजे मोना का फोन आया- तुम जल्दी घर आ जाओ, कुछ काम है।मैं मम्मी से बोला- मैं मोना भाभी के पास जा रहा हूँ, उन्हें कुछ काम है।मम्मी बोली- जल्दी आ जाना बेटा !मैंने कहा- ठीक है।और मैं चला गया।मैं मोना के पास जाकर बोला- क्या काम है?मोना बोली- पहले तुम पलंग पर बैठ जाओ और मैं बैठ गया।यह कहानी आप अन्तर्वासना.कॉम पर पढ़ रहे हैं।तभी मोना आई और मेरे पास बैठ कर बोली- आज मैं तुम्हें बताऊँगी कि सेक्स क्या होता है?तभी मोना ने अपनी साड़ी उतार दी और बोली- देखो, मैं आज तुम्हें कुछ दिखाना चाहती हूँ।तभी उसने मुझे अपने चूचे दिखाए और बोली- ये चूचे हैं, इनको मसला जाता है।फिर उसने मुझे कहा- तुम अपनी पैंट उतारो।मैंने उतार दी, क्योंकि मैं भी यही चाहता था कि मोना की चूत मिले।तभी उसने मेरे लंड को पकड़ लिया और कहा- यह लंड है।मैंने कहा- मैं जानता हूँ।तभी वो बोली- तो तुम कुछ और जानते हो क्या..!मैंने कहा- पहले तुम अपने सारे कपड़े उतारो और पहले अपनी चूत दिखाओ।मोना बोली- तुम जानते हो कि चूत क्या होती है..!मैं बोला- जल्दी करो कोई आ जाएगा।मोना ने अपने सारे कपड़े उतार दिए और बोली- मेरी आज प्यास बुझा दो बंटी।तभी वो मेरा लंड अपने मुँह में डाल कर बोली- मुझे चोदो जल्दी..!वो पूरी तरह गर्म हो चुकी थी। मैंने अपना लंड उसकी चूत पर रखा और एक झटका मारा, लंड उसकी चूत में घुस गया।वो चीखी- आ..हह..फट गई मेरी चूत..मोना मुझ से बोली- तुम्हारे भैया बेकार हैं, आज मेरी ऐसी चुदाई करो कि मैं तुम्हें जिंदगी भर याद रखूँ।मैंने अपना लंड अन्दर-बाहर करना शुरू कर दिया।मोना ‘उूउउ अयू फूऊ उ उफ़ फ फ्फु अयू..!’ करने लगी और मुझ से बोली- मुझे जल्दी-जल्दी चोदो, अपना मूसल जल्दी-जल्दी अन्दर-बाहर करो, मुझे बहुत मज़ा आ रहा है।मैं चुदाई करता रहा कुछ ही देर बाद मोना झड़ गई। मुझे लगा मैं भी दस मिनट में झड़ जाऊँगा। मैंने ज़ोर के झटके मारना शुरू कर दिए।मैं झड़ने वाला था कि मोना बोली- अपना पानी मेरी चूत में ही छोड़ दो !मैंने अपना पानी उसकी चूत में छोड़ दिया। फिर हम एक-दूसरे से लिपट कर पड़े रहे।मोना बोली- तुम्हारे लंड ने आज मुझे जन्नत दिखा दी। आई लव यू बंटी..!उसके बाद निरंतर मैंने कई तरीकों से मोना को चोदा और मोना को 9 महीनों के बाद एक सुंदर सा लड़का हुआ। उसका नाम रजत है।अब मोना बोलती है- लड़का तुम्हारा है। तुमने मुझे खुश कर दिया तुम्हारे भैया सोचते हैं कि लड़का उनका है, मगर उन्हें क्या मालूम कि लड़का तुम्हारा है।मैंने मोना को कई बार चोदा और आज भी चोदता हूँ।मेरी कहानी आपको कैसी लगी।आपका बंटी सिंह[email protected]